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ὅτε - 57 - οὐ |
| b) bei Verbum finitum, Inf., Part. | |
| ὡς
ἐπορεύου |
im NS: wie, so dass ( = ὅτι, ὥστε); weil ( = ὅτι), da (= ἐπεί) du aufbrachst |
| ὡς
τάχιστα ἐπορεύθης |
sobald du aufgebrochen warst |
| ὡς
πορευθῇς |
damit du aufbrichst ( = ἵνα, ὡς) |
| ὡς
πορεύεσθαι |
beim Inf.: so dass ( = ὥστε) |
| ὡς
πορευόμενος |
beim Part.: weil (angeblich), als ob, in der Meinung |
| weil die Umstände (angeblich) so sind (seien, waren, wären); in der Meinung, die Umstände seien so | |
| ὡς
πορευσόμενος |
beim Part. Fut.: um zu marschieren |
| dann wenn, damals als; jedesmal wenn, sooft | |
| so dass; im HS: und so, daher (mit Verb.finit., Inf.) | |
| jeder der (verallgem. Relat.); wer (indir. Frage) | |
| ὅσπερ,
ἥπερ, ὅπερ |
welcher gerade |
| ὅτι |
dass, weil; mit Superl.: möglichst |
| ὅτι
τάχιστα, ὡς τάχιστα |
möglichst schnell |
| wie beschaffen, was für ein | |
| οἷον
(οἷα) |
wie zum Beispiel |
| οἷον
(οἷα) οὕτως ἐχόντων |
da (weil) die Umstände (objektiv) so sind |
| οἷον
(οἷα) δὴ οὕτως
ἐχόντων |
da (weil) ja die Umstände (objektiv) so sind |
| οἵῳ
σοι ἀνδρί |
einem Mann wie dir ( = τοιούτῳ ἀνδρί, οἷος σὺ εἶ) |
| τοιοῦτος
εἶ, οἷος (ὥστε)
πείθεσθαι |
du bist von der Art, dass du gehorchen kannst |
| bin imstande, vermag | |
| es ist möglich | |
| οἷόν
τε ὄν |
da (wenn, obgleich) es möglich ist (war, wäre, gewesen wäre) |
| wie groß, wie weit, wie viel | |
| ὅσῳ...
τοσούτῳ |
je... desto |
| ὅσον
(ὅσα) |
inwieweit |
| ὅσον
εἴκοσι |
ungefähr zwanzig |
|
οὐ τοσοῦτον..., ὅσον ὅτι |
weniger..., als dass |
|
ἐν ὅσῳ ἠσπάζετο ἡμᾶς |
während er uns begrüßte |
| ὅσιος,
ὁσία, ὅσιον |
heilig, fromm, recht |
| ἀνόσιος,
ἀνόσιον |
gottlos, frevelhaft |
| τὸ
ὀστέον, τοῦ ὀστέου
(τὸ ὀστοῦν, τοῦ
ὀστοῦ) |
Knochen (os, ossis, n; Osteo-porose) |
| τὸ
ὄστρακον, τοῦ
ὀστράκου |
Scherbe, (irdener) Topf |
| ὁ
ὀστρακισμός,
τοῦ ὀστρακισμοῦ |
Scherbengericht |
ὀστρακίζω |
verbanne (durch das Scherbengericht) |
| οὐ
(οὐκ, οὐχ, οὐχί) |
nicht |
| nicht; damit nicht | |
| ἀρνοῦμαι,
ὡς οὐ τοῦτο ἐποῖησα |
leugne, dies getan zu haben (οὐ nach negativen Verben unübersetzt) |
| ἀρνοῦμαι
μὴ τοῦτο εἰπεῖν |
leugne, dies gesagt zu haben (μή nach negativen Verben unübersetzt) |
| οὐκ
ἀρνοῦμαι μὴ
οὺ τοῦτο εἰπεῖν |
leugne nicht, dies gesagt zu haben (μὴ οὺ nach verneinten negativen Verben unübersetzt) |
| (ἆρ’)
οὐ; |
(etwa) nicht? (= non-ne?) |
| (ἆρα)
μή; μῶν; (= μὴ οὖν;) |
etwa? (= num?) |
| εἰπέτω,
μή τι ἄλλο λέγει |
er soll sagen, ob er (etwa) etwas anderes meint! |
| οὐδείς,
οὐδεμία, οὐδέν |
niemand, kein |
| οὐδέν
(adv. Akk.) |
in nichts, durchaus nicht (= οὐ μάλα, οὐ πάνυ) |
| οὐκ
ἔγνωκα οὐδένα |
habe keinen erkannt |
| οὐδένα
οὐκ ἔγνωκα |
habe jeden erkannt |
| οὐδὲν μείζων | um nichts größer |
| οὐδέ
(μηδέ) |
und nicht, auch nicht, aber nicht, nicht einmal |
| οὐδαμοῦ
(μηδαμοῦ) |
nirgends |
| οὐδαμοῦ
τῆς Αἰγύπτου |
nirgendwo in Ägypten |
| οὔποτε,
οὐδέποτε (μήποτε,
μηδέποτε) |
niemals |
| οὐδαμῶς
(μηδαμῶς) |
keineswegs |
| οὐκέτι
(μηκέτι) |
nicht mehr |
| οὔπω
(μήπω), οὐδέπω (μηδέπω) |
noch nicht |
| noch niemals | |
| οὔτε...
οὔτε (μήτε... μήτε) |
weder... noch |
| οὔτε...
τε (μήτε... τε) |
einerseits nicht... andererseits aber |
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